हमारी सेवाएँ
Helping Hands & Caring Hearts
Changing The Lives Of Teachers Together
RKTSHG शिक्षकों का, शिक्षकों के लिए, शिक्षकों के द्वारा समूह से जुड़े शिक्षकों के असामयिक मृत्यु होने पर उनके परिवार को आर्थिक सहायता देने हेतु बनाया गया है।
RKTSHG का लक्ष्य
यह सुविधा केवल शिक्षकगण के लिए हैं,क्योंकि शिक्षकगण दुनिया का सबसे बेहतरीन काम करते हैं, लेकिन दुर्भाग्यवश खराब मेहनताना/ वेतन इन्हें ही मिलता है | यदि इनकी मृत्यु हो जाती है, तो इनके बाल-बच्चे, परिवार को देखने वाला कोई नहीं होता है | अध्यापक के मृत्यु के बाद इनके बाल-बच्चे,परिवार के आर्थिक सयहोग के लिए न तो सरकार कोई योजना है न ही स्कूल मैनेजमेंट के पास | ऐसी हालत में इनका परिवार सड़क पर आ जाता है | इसलिए RKTSHG का लक्ष्य है कि देश के सभी शिक्षक इस टीम से जुड़े और टीम के किसी भी विधिक सदस्य की असामयिक मृत्यु पर उनके परिवार को आर्थिक सहयोग किया जाए |
RKTSHG से जुड़ने के फायदे
1. अध्यापक की असामयिक मृत्यु पर उनके नामिनी को आर्थिक सहयोग किया जाएगा | जिससे इनके बाल-बच्चे, परिवार को आर्थिक सहयोग प्राप्त हो जाएगा |
2. RKTSHG के website पर सरकारी या प्राइवेट विद्यालयों में खाली पदों का विवरण देने का यथासंभव प्रयास किया जायेगा | जिसे देखकर अपनी योग्यता अनुसार किसी भी विषय के अध्यापक/ कोआर्डीनेटर/ उपप्रधानाचार्य/प्रधानाचार्य आदि पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं |
3. प्रश्नपत्र ( लगभग सभी बोर्ड के सभी कक्षाओं के प्रश्नपत्र तैयार किया जायेगा | जिससे प्रश्नपत्र तैयार करने में लगने वाले अधिक समय के होने वाली पीड़ा से बच सकें | )
RKTSHG से जुड़ने के आगामी फायदे
4. सदस्यों के उपचार में आर्थिक सहायता
5. गरीब सदस्यों के पुत्रियों के विवाह में सहयोग
6. गरीब/असहाय बालिकाओं के विवाह में सहयोग
7. गरीब/असहाय छात्रों की पढ़ाई में सहयोग
8. गरीब/असहाय छात्रों के लिए निशुल्क विद्यालय
कैसे और कितना सहयोग मिलेगा ?
आर्थिक सहयोग लेने के लिए दो विकल्प होंगे |
विकल्प (1) अध्यापक की मृत्यु होने पर सदस्यों द्वारा दी गई सहयोग राशि का 100% भाग अर्थात पूरी राशि नॉमिनी के खाते में सीधे-सीधे भुगतान कर दी जाएगी। उदाहरण के तौर पर इस समूह में यदि दो लाख सदस्य हैं और वे कम-से-कम दस रूपए भी देते हैं तो कम-से-कम (Rs.2000000) बीस लाख रूपए नॉमिनी के खाते सीधे-सीधे में चली जाएगी |
विकल्प (2) दूसरे विकल्प का चुनाव करने का विकल्प 2 वर्ष पूरे होने पर ही मिलेगा | तीसरे वर्ष में कम से कम तीन लाख (₹300000) दी जाएगी। यह राशि हर वर्ष एक लाख-एक लाख रुपए बढ़ती जाएगी । उदाहरण के तौर पर दसवें साल में यदि किसी अध्यापक की मृत्यु होती है तो उस अध्यापक के नॉमिनी को दसवें लाख (₹1000000) की धनराशि प्रदान की जाएगी।
विशेष नोट: दूसरे विकल्प का चुनाव करने पर अनुदान/सहयोग राशि समूह के खाते में ली जाएगी |
(विशेष: तीसरे वर्ष से किसी भी वर्ष पंजीकरण नवीनीकरण के समय विकल्प को बदल सकते हैं | )
RKTSHG से कौन जुड़ सकता है ?
RKTSHG उन सभी अध्यापकों के लिए है,जो सरकारी या प्राइवेट शिक्षण संस्थान / विद्यालय / महविद्यालय / विश्वविद्यालय में कार्यरत हो | वे सभी शिक्षक जुड़ सकते हैं
RKTSHG से कैसे जुड़ें ?
RKTSHG से जुड़ने के लिए वेबसाइट https://rktshgindia.org पर जाकर रजिस्ट्रेशन कर लें, साथ ही RKTSHG के टेलीग्राम ग्रुप से अवश्य जुड़ जाए, समस्त अपडेट और जानकारी आपको टेलीग्राम ग्रुप
से मिल जाएगी |
नियम-RKTSHG से विधिक रूप से रजिस्ट्रेशन के पश्चात आपको ग्रुप पर अपडेट की नजर रखनी होगी, किसी साथी की मृत्यु पर उसके परिवार का सहयोग करके फार्म भरना अनिवार्य है। सहयोग करने पर ही सहयोग मिलेगा। नियम और अनुशासन सर्वोपरि है।
RKTSHG से जुड़ने के लिए पंजीकरण कराना अनिवार्य है।
(A) रजिस्ट्रेशन फ्री /पंजीकरण निशुल्क है | रजिस्ट्रेशन/ पंजीकरण की अवधि आजीवन होगी।
(B) सुविधा शुल्क प्रत्येक वर्ष केवल ₹50 होगी।
(c) सुविधा शुल्क 60 साल के उम्र तक ही लिया जायेगा |
[ सुविधा शुल्क समूह के खाते में ऑनलाइन लिया जाता है | सुविधा शुल्क से विभिन्न प्रकार की व्यवस्थाएं सदस्यों को दी जाएगी। सुविधा शुल्क न जमा करने पर समूह
किसी भी प्रकार की सुविधा देने के लिए बाध्य नहीं होगी। ]